Varun Surana

कहानी बहुत पुरानी है लेकिन एक बार फिर पढ़ें और कहानी के अंत में दिया गया मैसेज वर्तमान में अधिकांश पेरेंट्स के लिए है –

कहानी बहुत पुरानी है लेकिन एक बार फिर पढ़ें और कहानी के अंत में दिया गया मैसेज वर्तमान में अधिकांश पेरेंट्स के लिए है 

बहुत पुरानी बात है। किसी देश में एक बूढा व्यक्ति रहता था। वह काफी मेहनती था। खेतों में काम करके अपना गुजारा करता था। उसके तीन लड़के थे जो बड़े ही आलसी थे। उसकी आलस्य की वजह से बूढा और उसकी पत्नी काफी परेशान रहते थे। दोनों अपने लड़कों को समझने की कोशिश करते लेकिन तीनों अपने आलसीपन से बाज नहीं आए। एक दिन बूढा किसान चल बसा। बुढिया ने अपने बेटों को खेत पर जाने के लिए कहा, लेकिन वे गए नहीं।

जब तक अनाज था बुढिया ने उनको बना –बना कर खिलाया आखिर में एक दिन घर का सारा अनाज ख़त्म हो गया। जब घर में एक भी दाना नहीं बचा तो बुढिया ने अपनों बेटों से काम धंधे के लिए कहा लेकिन वे तब भी नहीं गए।

एक दिन सुबह बुढिया उठ कर रोने लगी। माँ को रोते देखकर उसके बेटों ने पूछा तो माँ ने बताया, “सपने में तुम्हारे पिता आए थे। उन्होंने बताया की यदि तुम लोग खेत में से गढ़ा हुआ धन निकल कर ले आओ तो हमारी गरीबी दूर हो सकती है।”

“तो इसमें रोने की बात क्या है” लड़कों ने पूछा।

बुढिया बोलो, “मै तो यह सोच कर रो रही हूँ कि अब खेत खोद कर कौन धन निकल कर लायेगा? किसी दूसरे से कह भी नहीं सकती हूँ, इसीलिए रो रही हूँ।”

बुढिया की बात सुनकर तीनों बेटे खेत में जाकर जमीन खोदने लगे। तीनो बेटे एक ही जगह खुदाई कर रहे थे यह देखकर बुढिया ने कहा, “ धन खेत में कहीं भी हो सकता है इसलिए पूरे खेत की अच्छे से खुदाई करो। “पूरा खेत खुद जाने के बाद जब धन नहीं मिला तो तीनों बेटे नाराज हो गए। बुढिया ने कहा,” ठीक है सपने में तुम्हारे पिता आने पर मै उनसे इसकी शिकायत करूगी। जब खेत की खुदाई हो गई है तो क्यों न इसमें अनाज बो दिया जाए।”

बेटों ने अनाज बो दिया। कुछ ही दिनों में खेत में फसल लहराने लगी। फसल काटने का वक्त आया तो एक दिन बुढिया फिर रोने लगी। बेटों ने पूछा, ”अब क्या हुआ ?“तेरे पिता सपने में आये थे कहने लगे फसल को काट कर बाज़ार में बेच कर आओ, तब उन्हें धन के बारे में बताएँगे।”बेटों ने धन के लालच में फसल काटकर बाज़ार में बेचने गए। फसल बेचने पर जब उन्हें धन मिला तो तीनों बेटे बहुत खुश हुए। उस दिन से तीनों ने आलस्य त्याग कर खेत में कम करने लगे।

Final Words

युवाओं को इस कहानी से अगर कुछ सीखना होगा तो वो सीख लेंगें लेकिन वर्तमान स्थिति के अनुसार अधिकांश पेरेंट्स को कहानी की बुढ़िया माँ बनने की जरूरत है, बच्चों को अपनी लड़ाई खुद लड़ने देने की पहल करना शुरू करिए

वरुण सुराणा

Varun Surana

Serial Entrepreneur (Education, Tech, Branding & Community Based Businesses)

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